Google Kya Hai :
गूगल का नाम आपने सुना ही होगा। हम गूगल पर कुछ भी सर्च करते है और उसका उतर गूगल देता है। हमने कुछ भी पूछा गूगल की गूगल उसका उतर दे देता है।
आपको जब लोगो से पूछ कर कोई भी जानकारी हासिल करना हो तो आपके लिए वो बड़ी समस्या होती है । तब आप गूगल पर जाकर अपनी समस्या समाधान ढूंढ़ते है और मिल भी जाता है। आपके मन में प्रश्न उठ है होगा की इसके पास कहा से जानकारी आती है। (Google Kya Hai)
उसको कैसे समजता है ,गूगल को बोलने से भी मालूम होता है उसको क्या चाहिए और वो गूगल दे भी देता है। इसकी जानकारी आज हम इस ब्लॉग में जानने वाले है। इसलिए आप इस ब्लॉग को लास्ट तक देखे और अपने क्नॉलेज को बढ़ाये क्यूंकि आज की दुनिया में आप को नॉलेज होना जरुरी है इसलिए में आपके लिए इस ब्लॉग को लेके आया हूँ लास्ट देखे और समझे
Google Kya Hai : गूगल क्या है ,और कैसे काम करता है
Google Kya Hai : Google एक पूरी दुनिया में विश्व-प्रसिद्ध वेब सर्च इंजिन है। जो इंटरनेट पर आप कुछ भी सेरच करो वो आपको सबी प्रकार के जानकरी को खोजना और दिखने काम गूगल करता है। गुगल को , लॅरी पेज आणि सेर्गे ब्रिन इन दोनों ने 1998 में स्थापित किया था.उन्होंने Stanford University में एक रिसर्च प्रोजेक्ट के रूप में Google की शुरुआत की थी।
गुगल की सबसे प्रमुख सेवा, गुगल सर्च है, जो लोगो को विशेष शब्दों, प्रार्थना, या विषयों से संबंध जानकरी देने के लिए अनलिमिटेड खोज कर के देता है। इसके आलावा, गुगल मॅप्स, जीमेल, यूट्यूब, गुगल ड्राईव्ह, गुगल फोटोज, गुगल क्रोम, अँड्रॉइड, इन सभी चीजों जानकरी प्रदान करता है।(Google Kya Hai)
Google दुनिया भर के लोगों के लिए एक विशाल ऑनलाइन जानकरी ढूंढने मशीन है.और इसके मध्यम से लोग घर बैठकर सभी जानकारी जान लेते है. इसके आलावा, गुगल जो है वो ऑनलाइन जाहिरात और डिजिटल मार्केटिंग में भी एक महत्वपूर्ण स्थान निभा रहा है . गूगल के प्रबंधक एल्गोरिथम पर आधारित खोज परिणाम, इंटरनेट पर अपलोड जानकारी को अनुकूल रूप से प्रस्तुत करते हैं।
गूगल का प्रसिद्धि कारण है उसके अत्यंत सरल रूप से उतर देना और क्षमा से काम लेना।(Google Kya Hai)प्रत्यक्ष या अनुमानित 2 ट्रिलियन से अधिक वेब पेजों को कुछ ही मिलीसेकंड में खोजा जा सकता है गूगल पर।
गूगल का इतिहास क्या है।
गूगल का इतिहास 1996 में शुरू हुआ था, जब लैरी पेज और सेर्गेई ब्रिन नामक लड़कोने एक वेब सर्च इंजन बनाने का प्रयास किया था ,वो दोनों स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के दो विद्यार्थि थे।उन्होंने एक रिसर्च प्रोजेक्ट के तौर पर एक वेब सर्च इंजन को बनाने का प्रयास किया था।(Google Kya Hai)
पहले इस सर्च इंजन नाम “बैकरब” नाम से जाना जाता था, जिसका काम इंटरनेट पर जो भी वेबपेज है उनके बैकलिंक्स को ट्रेस करना था।
Google नाम, “गूगोल” शब्द से लिया गया था, जो एक गणितीय शब्द है और 1 और 100 के बीच में एक अनंत सांख्य को दर्शाता है। इस का नाम इस प्रकार से रखा था। क्योंकि लैरी पेज और सेर्गेई ब्रिन का एक उद्देश्य था कि गूगल के सर्च इंजन से अनंत संख्या की जानकारी प्राप्त करना और उसकी सुविधा लोगों को प्रदान करना।
लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने गूगल इंक. की स्थापना 1998 में कियी थी, जिसका मुख्य कार्यालय कैलिफोर्निया, यूएसए में था। गूगल सर्च इंजन ने बहुत तेजी से विकास किया और एक पूरी दुनिया का सफल सर्च इंजन बना।
2000 में, Google ने अपनी विज्ञापन सेवा AdWords को पोस्ट की, जिसकी वजह से लोक अपने कंपनी को गूगल पर दिखा सकते थे ।(Google Kya Hai)गूगल ने 2004 में पब्लिक स्टॉक मार्केट में अपने शेयरों को लॉन्च किया, जिसकी वजह से यह एक पब्लिक लिमिटेड कंपनी बन गई।
इसके बाद, गूगल ने अपने खुद के प्रोडक्ट बनाये और सेवाएं भी विस्तार की, जिसमें यूट्यूब, जीमेल, गूगल मैप्स, गूगल क्रोम, गूगल ड्राइव, एंड्रॉइड ओएस और गूगल फोटोज का नाम है
गुगल से पेहले लोगो कहा सर्च करते थे
1. Archie(आर्ची): इसकी 1990 में शुरुआत हुई थी ।आर्ची को दुनिया में पहले सर्च इंजन के रूप में जाना जाता है।
2. Gophe(गोफर): गोफर एक मेनू-आधारित टेक्स्ट इंटरफ़ेस था, जो 1991 में मिनेसोटा विश्वविद्यालय में विकसित किया गया था।Google Kya Hai
3. Veronica (वेरोनिका): वेरोनिका गोफर का एक हिस्सा था, जो सिर्फ टेक्स्ट-आधारित सर्च इंजन था। इसमें उपयोगकर्ता निर्देशिकाएं और फ़ाइलें खोजी जा सकती थी।
4. WebCrawler (वेबक्रॉलर): 1994 में शुरुआत हुई, वेबक्रॉलर एक लोकप्रिय सर्च इंजन था जो वेब पेजों को इंडेक्स करता था।
5. Lycos (लाइकोस): 1994 में शुरुआत हुई, लाइकोस एक अन्य प्रसिद्ध सर्च इंजन था। याह वेब पेज, इमेज और वीडियो को सर्च करता था।
6. Altavista (अल्टाविस्टा): 1995 में लॉन्च हुई, अल्टाविस्टा एक प्रसिद्ध सर्च इंजन था जिसे डिजिटल इक्विपमेंट कॉर्पोरेशन (डीईसी) ने विकसित किया था।Google Kya Hai
7. Yahoo (याहू): याहू पहले वेब निर्देशिका था. फिर इसको seo को जोड़ा गया याहू एक लोकप्रिय पोर्टल था. जिसमें लॉग ईमेल, समाचार और अन्य सेवाओं का भी उपयोग किया जाता था।
8. Ask Jeeves आस्क जीव्स (ab Ask.com): आस्क जीव्स एक अद्वितीय खोज इंजन था। जहां उपयोगकर्ता अपने प्रश्नों को एक प्रश्न के रूप में सबमिट कर सकते थे ।
गूगल डूडल क्या है
गुगल का हर दिन अपने लोगो को बदलने एक छोटा सा सेलिब्रेशन करता है। आप इसको गूगल डूडल भी कहते है। Google Doodle एक ऐसा विशेष लोगो होता है जो Google को जो लोग यूज़ करते है उन लोगों के पारंपरिक स्थान पर विशिष्ट प्रसंग, कार्यक्रम, या किसी विशेष दिन के लिए लोगो डिज़ाइन किया जाता है.
ये लोगो यानि गूगल डूडल गूगल के होम पेज पर दिखता है। इसलिए जो भी गूगल को ओपन करता है उसको हमारे रोज के दिन का महत्व या सेलिब्रेशन के बारे में जानकारी देता है.(Google Kya Hai)
गुगल डूडल की शुरूत 1998 में हुई थी, जब लॅरी पेज और सर्गे ब्रिन ने अपना पहला डूडल को बर्निंग मैन फेस्टिवल की विशेषता को दिखाने के लिए डाला था . उसके बाद से, गूगल डूडल ने अपनी क्रिएटिव्हिटी और डिझाईन में सुधार करते हुए दुनिया के प्रमुख इव्हेंट्स और व्यक्तिमत्वों को सेलिब्रेट किया है.
Google का फूल फॉर्म क्या है।
Google का फूल फॉर्म “Global Organization of Oriented Group Language of Earth” है। (Google Kya Hai)
Google का फूल फॉर्म “Global Organization of Oriented Group Language of Earth” नहीं है। वास्तविकता में, Google का शब्द “Googol” से आया है, जो एक मानक गणितीय शब्द है जिसका अर्थ होता है 1 और 100 के बीच में एक बड़ी संख्या। इसे लैरी पेज और सर्गे ब्रिन ने 1997 में Google के नाम के रूप में चुना था।
गूगल कैसे काम करता है
1. Web Crawling (वेब क्रॉलिंग): गूगल पहले अपने वेब क्रॉलर या बोट्स का उपयोग करता है। जो हर तरह के वेब पेजेस को ढूंढ़ने का काम करता है।यही क्रॉलर वेब पेज को इंडेक्स में डाल देता है।
2. Indexing (अनुक्रमणिका): क्रॉलिंग के बाद, गुगल के सर्व्हर पर सब डेटा को इंडेक्स किया जाता है. इंडेक्स में वेब पेजेस की मेटाडेटा, कीवर्ड, और उके कंटेंट की वजह से उनको ढूँढना आसान हो जाता है
3. Search Algorithm (शोध अल्गोरिदम): Google एक जटिल शोध अल्गोरिदम का उपयोग करता है, जो यूजर ने सर्च किया है उसको समझने में मदत करता है.Google Kya Hai
4. Ranking (रँकिंग): शोध अल्गोरिदम शोध परिणाम को रँक करता है, यानी की सबसे प्रासंगिक और मायने वाले परिणाम को सर्च करने वाले यूजर को देता है। ताकि उसको सब समज सके।
5. Search Results (शोध परिणाम): शोध अल्गोरिदम के करण, Google शोध परिणाम प्रस्तुत करता है। परिणाम में यूजर ने जो पूछा है उसके रिलेटेड से विविध वेबपेज , फोटो , व्हिडिओ, बातम्या, और दुसरे भी जानकरी मिलती है.
गूगल के फायदे क्या है।
गूगल का पहला फायदा ये है की आप के मन में कोई भी प्रश्न हो गूगल उसका उतर देता ही है।
ऐसा कोई प्रश्न नहीं है की गूगल नहीं देता।सभी प्रश्नो के उतर गूगल देता है।
गूगल पर आप कुछ भी सर्च कर के जानकारी ले सकते है।(Google Kya Hai)
गूगल की वजह से आप लोग आसानी से जगह को ढूंढ सकते हैं, अपने पते को ट्रैक कर सकते हैं, इसकी वजह से आपको रास्ते का पता लगा सकते हैं, और घूमने का प्लान कर सकते हैं।
गूगल का जीमेल एक विश्वसनीय और सुरक्षित ईमेल प्लेटफॉर्म है, जिसे लोग अपने ईमेल भेजने, प्राप्त करने और स्टोर भी कर सकते है।
Google का YouTube प्लॅटफॉर्म है। जिसमें दुनिया के सब व्हिडिओ देख सकते हो। और उस विडिओ को शेयर भी कर सकते हो। और उस प्लॅटफॉर्म पर आम लाइव स्ट्रीमिंग भी कर सकते हो।
लोग गूगल की ads से कुछ खरीद भी सकते है। Google Kya Hai
लोग अपने बिजनेस को बढ़ाने के लिए बिजनेस की add गूगल पर भी डाल सकते है..
Google के एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम से स्मार्टफोन और टैबलेट में विकास हुआ है। इसकी वजह से आप मोबाइल फ़ोन पर गेम भी खेल सकते है।
गूगल की वर्चुअल असिस्टेंट (Google Assistant) की वजह से लोगों को वॉयस कमांड से फोन पर काम करने की सुविधा मिलती है।