Blockchain Kya Hai In Hindi : ब्लॉकचैन क्या है और कैसे काम करता है

By Ajit Khot

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Blockchain Kya Hai In Hindi:

आज के युग में हर आदमी कुछ न्य सीखने की उम्मीद होती है। जिससे वो पैसा कमा सके और अपने घर को चलाये। आज के दिन में ऐसा ही हो रहा है हर आदमी ब्लॉकचैन के बारे में जानकारी चाहिए। हर आदमी के मन में चल रहा है की ये बिटकॉइन क्या है लोग बिटकॉइन की वजह कैसे करोड़पति हो गए उन्होंने पैसे कैसे कमाए। ये ब्लॉकचैन क्या है ब्लॉकचैन कैसे काम करता है।

आपके मन में ये भी सवाल आता होगा की बिटकॉइन क्या है बिटकॉइन कैसे काम करता है। बिटकॉइन की value इतनी क्यों बड़ी है। ये जो कॉइन होते है वो किस टेक्नोलॉजी के उपर काम करते है। बिटकॉइन को किसने बनाया था।(Blockchain Kya Hai In Hindi)

आज दुनिया में जो भी Cryptocurrency है वो सब ब्लॉकचैन के ऊपर काम करती है।. हम आने वाले कुछ सालों में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को पूरी दुनिया में फैलते हुए देंखेंगे क्यूंकि आज के दिन cryptocurrency पूरी दुनिया में फॉर्म में चल रही है।

आज के समय में बड़ी बड़ी कम्पनिया ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजीस का उपयोग करके पैसे कमा रही है ब्लॉकचैन के टेक्नोलॉजीस के साथ अपना बिजनेस भी कर रही है।(Blockchain Kya Hai In Hindi)

 

Blockchain Kya Hai In Hindi : ब्लॉकचैन क्या है और कैसे काम करता है

Blockchain Kya Hai In Hindi

आज हम इस लेख में ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के बारे में आज जानने वाले है ब्लॉकचैन क्या होता है ,ब्लॉकचैन कैसे काम करता है ,ब्लॉकचैन के फायदे क्या क्या है ,क्या ब्लॉकचैन फ्यूचर में बड़ी टेक्नोलॉजी की और बढ़ रहा है।आज में आपको ब्लॉकचैन बारे में आपके मन में जो प्रश्न है उसका जवाब आज में आपको इस ब्लॉग में देने वाला हूँ।

चलो शुरू करते है आज के ब्लॉग टॉपिक है ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी और क्रिप्टो करंसी क्या है उनकी पूरी जानकारी में आज आपको इस ब्लॉग में देने जा रहा हु। आप ये पूरा ब्लॉग पढ़ेंगे तो आपको ब्लॉग को समज पाएंगे। ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजीस और क्रिप्टो करंसी को .(Blockchain Kya Hai In Hindi)

ब्लॉकचैन क्या है ?

 

ब्लॉकचेन एक डिजिटल लेजर टेक्नोलॉजी है, जिसमें सभी ट्रांजैक्शन्स का रिकॉर्ड डेटा ब्लॉक्स के रूप में बनता है। हर एक ब्लॉक का एक यूनिक आईडी होता है और इसमें पिछले ब्लॉक के आईडी का हैश (डाइजेस्ट) भी शामिल होता है। इस रूप में, एक ब्लॉक का आईडी पिछले ब्लॉक के साथ एक संबंध होता है जो ब्लॉकचेन को एक सिक्योर, और बदला न जा सकने वाला लेजर बनाता है।(Blockchain Kya Hai In Hindi)

ब्लॉकचेन एक डिजिटल लेजर टेक्नोलॉजी है जिसका उपयोग लोग अपनी सुरक्षित लेनदेन को रिकॉर्ड करने के लिए ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी उपयोग करते है। आज के समय में यह एक प्रमुख उदाहरण है जिसमें क्रिप्टोकरेंसी (डिजिटल मुद्रा) का लेनदेन के लिए उपयोग होता है, जिनमें बिटकॉइन, एथेरियम, और रिप्पल ,का उपयोग किया जाता है। ऐसे कॉइन बहुत है मेने आपको उदाहरण के लिए बताये है क्यूंकि ये सबसे पॉपुलर क्रिप्टो करेंसी के कॉइन है।

ब्लॉकचेन जो टेक्निक है वो डीसेंट्रलाइज्ड सिस्टम है, इस ब्लॉकचैन टेक्निक की वजह से जिसमें ट्रांजैक्शन की जानकारी को मल्टीपल कंप्यूटर्स या नोड्स पर वितरित किया जाता है। हर नोड को एक कॉपी मिलती है और सभी नोड्स के बीच एक सहमति होती है, जिससे सभी ट्रांजैक्शन की अखंडता और वैधता सुनिश्चित होती है।

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ब्लॉकचैन कैसे काम करता है

 

ब्लॉकचेन का काम करने का तरीका एक अद्भुत है जो डिजिटल लेजर टेक्नोलॉजी पर आधारित है। ब्लॉकचेन काम करने का मुख्य उद्देश्य सुरक्षित और विश्वसनीय तरीके से डेटा और ट्रांजैक्शन्स को रिकॉर्ड करना है। यह एक डिस्ट्रीब्यूटेड नेटवर्क होता है, जिसमें डेटा को एक साथ कई नोड्स (कंप्यूटर) पर स्टोर किया जाता है।(Blockchain Kya Hai In Hindi)

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ब्लॉकचेन डेटा को ब्लॉक्स के रूप में संगठित करता है।

ब्लॉकचेनमें हर ब्लॉक्स को प्रीवियस ब्लॉक से एक बढ़ावा दिया जाता है, जिससे एक ब्लॉक चेन बनती है।

ब्लॉकचेन डेटा को क्रिप्टोग्राफिक टेक्निक का उपयोग करके सुरक्षित बनाता है। हर ट्रांजैक्शन डिजिटल सिग्नेचर से सत्यापित होता है.

ब्लॉकचेन decentralized applications होता है. इससे इसकी सुरक्षा और स्वच्छता की सुनिश्चित होती है।(Blockchain Kya Hai In Hindi)

ब्लॉकचैन में एक बार जब एक ट्रांजैक्शन होता है, तो उसे बदला नहीं जा सकता। इससे डेटा की अखंडता और पूर्वनिर्धारितता सुनिश्चित होती है।

 

ब्लॉकचैन का इतिहास क्या है।

 

ब्लॉकचैन की शुरुवात 2008 में हुयी थी। उस व्यक्ति का नाम “सतोशी नाकामोटो” था, जिसने ने बिटकॉइन को बनाया था , उसने पेहले क्रिप्टो करेंसी को एक व्हाईटपेपर में प्रकाशित किया था। उस वाइट पेपर पर लिखा था की “बिटकॉइन: एक पीअर-टू-पीअर इलेक्ट्रॉनिक कॅश सिस्टम” उस वाइट पेपर पर ये शीर्षक था. व्हाइटपेपर में अनहोने ब्लॉकचेन टेक्नॉलॉजी को वर्णन किया था, जो बिटकॉइन के व्यवहार को रिकॉर्ड करना और उसे सत्यापित करने के लिए इसका उपयोग होता है.(Blockchain Kya Hai In Hindi)

2009 में, बिटकॉइन को लॉन्च किया था। और उसके साथ ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी की शुरवात भी हुयी। बिटकॉइन के ब्लॉकचेन में जो भी व्यवहार होते है वो सब एक पब्लिक लेजर पर स्टोर होते हैं, उसे “ब्लॉक” कहा जाता है. हर एक ब्लॉक, पहले के ब्लॉक में क्रिप्टोग्राफ़िक हैश (एक विशिष्ट पहचानकर्ता) और एक टाइमस्टैम्प (लेन-देन का समय) होता है। हर एक ब्लॉक के हैश पिछले ब्लॉक के हैश पर आधारित होता है, जिसमें उस सभी ब्लॉक की एक श्रृंखला बनती है, जिसे आप ब्लॉकचेन कहते हैं।

बिटकॉइन की सफलता के बाद, क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचैन-के आधारित कुछ योजनाएं विकसित हो रही हैं। जैसे एथेरियम, जो 2015 में लॉन्च हुआ, एक प्रमुख उदाहरण है। एथेरियम ने स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट पेश किए हैं, जिससे आप प्रोग्रामेबल और सेल्फ-एक्जीक्यूटिव कॉन्ट्रैक्ट बना सकते हैं।

और उसमे जो स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट होते है वो ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हैं, जो decentralized applications (डीएपी) विकसित करने के लिए काफी लोकप्रिय हो गया है।(Blockchain Kya Hai In Hindi)

ब्लॉकचैन के प्रकार कितने है।

 

Blockchain Kya Hai In Hindi

ब्लॉकचैन के ३ प्रकार है
1. Public Blockchain;

सार्वजनिक ब्लॉकचेन” यानि (Public Blockchain) एक ऐसा ब्लॉकचेन होता है जिसका एक्सेस किसी भी व्यक्ति के पास होता है या किसी भी संगठन के लिए भी खुला होता है। ये सबसे सामान्य प्रकार का ब्लॉकचेन होता है, जिसमें सभी यूजर के लेनदेन को हम देख सकते हैं, और नए ब्लॉक को स्थापित कर सकते हैं,

सार्वजनिक ब्लॉकचेन एक विकेन्द्रीकृत नेटवर्क होता है जिसमें एकाधिक नोड्स यानि (कंप्यूटर) भाग लेते हैं, और हर नोड को एक कॉपी मिलती है .पब्लिक ब्लॉकचैन सबसे पॉपुलर कॉइन बिटकॉइन और एथेरियम है.(Blockchain Kya Hai In Hindi)

2. Private Blockchain :

“प्राइवेट ब्लॉकचेन” एक ऐसा ब्लॉकचेन होता है जिसका एक्सेस कम से कम होता है और इसमें भाग लेने के लिए आपको कुछ विशिष्ट अनुमतियां और प्राधिकरण की आवश्यकता होती है। जैसे सार्वजनिक ब्लॉकचेन में जहां हर कोई लेनदेन को देख सकता है और नेटवर्क में भाग ले सकता है, वैसा प्राइवेट ब्लॉकचेन में नहीं होता है। इस में केवल अधिकृत उपयोगकर्ता लेनदेन को देख सकते हैं और नए ब्लॉक को सत्यापित कर सकते हैं।

निजी ब्लॉकचेन विकेंद्रीकृत हो सकता है, जिसमें कई नोड्स भाग लेते हैं, लेकिन ये नोड्स जो होते है वो आमतौर पर विशिष्ट संगठनों, संस्थाओं, या व्यक्तियों के नियंत्रण में होते हैं।(Blockchain Kya Hai In Hindi)

3. Hybrid Blockchain :

हाइब्रिड ब्लॉकचेन (Hybrid Blockchain) एक ऐसा ब्लॉकचेन है जो पब्लिक ब्लॉकचेन (Public Blockchain) और प्राइवेट ब्लॉकचेन (Private Blockchain) के फीचर्स को जोड़ता है।और इसमे, पब्लिक और प्राइवेट ब्लॉकचेन को एक साथ मिलकर एक अनोखा नेटवर्क बनाया जाता है।

हाइब्रिड ब्लॉकचेन में, आमतौर पर अलग-अलग ब्लॉकचेन को इंटर कनेक्ट किया जाता है। पब्लिक ब्लॉकचैन एक ही लेनदेन को संभालती है जो सार्वजनिक रूप से देखने योग्य हो और पारदर्शी हो , जबकी निजी ब्लॉकचेन का उपयोग संवेदनशील डेटा और गोपनीय लेनदेन के लिए किया जाता है।(Blockchain Kya Hai In Hindi)

ब्लॉकचैन और बिटकॉइन में क्या अंतर् है।

 

ब्लॉकचैन एक टेक्नोलॉजी है जिसका उपयोग करके बिटकॉइन को बनाया गया है ब्लॉकचैन उसके डेटा को स्टोर करती है । ब्लॉकचैन एक ऐसी टेक्निक है उस टेक्निक यूज़ करके आप अपने डेटा को सभी तरह की इनफार्मेशन को स्टोर कर सकते है।

बिटकॉइन एक डिजिटल मुद्रा है। वो सिर्फ हम फ़ोन या कहि स्क्रीन पर देख सकते है उसे आप हाथ में नहीं ले सकते हो.उसे हम सिर्फ एक डिजिटल रूप में ही देख सकते है।(Blockchain Kya Hai In Hindi)

स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट क्या होता है।

 

“स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट” लोगो के लिए एक डिजिटल समझौता है जो आपसी सहमति पर आधारित होता है और जो स्वच्छता से संगठित है। यह स्मार्ट तरीके से काम करता है और खुद भी नियंत्रित होता है,

जिसका मतलब यह है कि स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट के अंतर्गत निर्धारित नियम, शर्तें, और प्रोटोकॉल के अनुसार त्रुटिहीन और स्वच्छता से स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट काम करता है। यह एक आपस में ही समझौता होता है, जिसे कोड और रूल्स द्वारा प्रोग्राम किया जाता है.,(Blockchain Kya Hai In Hindi)

और इसे एक बार नियंत्रित करने के बाद, यह बिना त्रुटि के हर समय स्वचालित रूप से अपना काम करता है।

 

स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट का ब्लॉकचेन टेक्निक है। इस में विशेष रूप से स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट का प्रयोग किया जाता है, जैसे कि एथेरियम। इसमें ट्रांजैक्शन्स करते समय आपसी समझौते को स्वचालित रूप से पूरा किया जाता है, जिससे इंटरमीडिएटरीज की आवश्यकता नहीं होती। स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में हो सकता है.
यह एक नई टेक्निक है जो संदर्भ में विश्वास योग्यता और ट्रस्ट को बढ़ाती है और समय और खर्च को कम करके अधिक दक्ष और सुरक्षित सूचना प्रदान करती है।(Blockchain Kya Hai In Hindi)

ब्लॉकचैन के फायदे क्या है।

ब्लॉकचेन के तकनीकी तत्वों जैसे क्रिप्टोग्राफी और डेसेंट्रलाइजेशन की वजह से, यह ट्रांजैक्शन्स को सुरक्षित और सुरक्षित बनाता है।

ब्लॉकचेन की पब्लिक नेचर से, सभी ट्रांजैक्शन्स पब्लिकली देखे जा सकते हैं। हर एक ट्रांजैक्शन की डिटेल्स पब्लिक लेजर पर स्टोर होती हैं.

ब्लॉकचेन एक decentralized applications की अभाव में काम करता है, जिससे यह नेटवर्क रिस्क को कम करता है।ये नेटवर्क उसको सुरक्षा प्रदान करता है

ब्लॉकचेन टेक्निक की मदद से आप किसी भी Third Party के साथ लेन देन कर सकते है।

एक बार आपका डेटा Save हो गया की बाद में उस देता में आप बदल नहीं कर सकते है।(Blockchain Kya Hai In Hindi)

ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी अन्य जितनी भी टेक्नोलॉजी है उसके हिसाब से इस टेक्नोलॉजी को सुरक्षित माना जाता है।

क्रिप्टोकरेंसी दुनिया में सबसे सिक्योर करेंसी है,जिसको कोई हैक करवा नहीं सकता

ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी जो है वो क्रिप्टोग्राफी और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी से मिलकर बनीं है इसलिए वो बहुत सिक्योर है।

ब्लॉकचैन से बनी हुयी क्रिप्टोकरेंसी मार्केट की वैल्यू पिछले कुछ सालो में बहुत ऊपर गयी है।

एक पॉइंट पर तो यह लगभग 2 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गई।

ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी एक टेक्निक है जो डिजिटल लेनदेन केलिए इस टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाता है.(Blockchain Kya Hai In Hindi)

ब्लॉकचैन के नुकसान क्या है

 

एक पीयर-टू-पीयर सिस्टम, जो किसी को भी, कहीं भी पेमेंट भेजने और प्राप्त करने में सक्षम बनाता है, पीयर-टू-पीयर सिस्टम होने की वजह से इस पर किसी भी बैंक, या सरकार का कंट्रोल नहीं होता है।

क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दुनियाभर में सभी देशों की सरकार का एक मत नहीं है।

कुछ देशों में सरकार ने इसे लीगल करार दे दिया है तो कहीं देश में अभी भी इस पर कानून ने लीगल नहीं करवाया।

ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी बहुत कठीन होती है सामन्य व्यक्ती को समझने के लिए बहुत टाइम लग सकता है।(Blockchain Kya Hai In Hindi)

ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी में रिस्क बहुत है क्यूंकि इसे बनी क्रिप्टो करेंसी के उपर कोई भी goverment का हाथ नहीं है। इसलिए इन्वेस्ट करना थोड़ा मुश्किल है

ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी में लेन – देन पीयर to पीयर होता है , इसमें किसी भी सरकार की कोई भूमिका नहीं होती है, कभीभी फ्रॉड हो सकता है।

Conclusion :https://www.bindaasbola.com/

दोस्तों मुझे उम्मीद है आपको ब्लॉकचेन के बारे में कुछ तो नया सिखने को मिला है. ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी क्या है ?ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी का इतिहास क्या है कैसे काम करती है ,इसके फायदे और नुक्सान क्या क्या है ,ब्लॉकचैन के कितने प्रकार है इन सब की जानकारी मैने इस ब्लॉग में दियी है।

आज इस लेख में हमने ब्लॉकचैन के बारे में जानकारी दियी है अगर आपको और कुछ टेक्निक जानकारी चाहिए तो आप कमेंट कर के बता सकते है में उस टेक्नोलॉजीस के बारे में आपको जानकारी दे दूंगा। अगर आपको ये ब्लॉग पसंद आया है तो आप ये ब्लॉग अपने फ्रेंड्स के साथ शेयर कर सकते है।

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Ajit Khot

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